आगरा-दिल्ली एक्सप्रेस पर हुए नमस्ते बिहार बस हादसे में मोतिहारी के एक ही परिवार के 6 लोगों की मौत हो गई है, जबकि 2 लोग घायल हो गए हैं। यह सभी लोग फेनहारा थाना क्षेत्र के फेनहारा पूर्वी के निवासी थे और सबीर मास्टर के परिवार के सदस्य थे।
घटना का विवरण
मरने वाले सभी लोग मेरठ में मजदूरी करते थे और कल दोपहर 1 बजे के करीब शिवहर से निकली बस में सवार हुए थे। ट्रेन का टिकट ना मिलने पर उन्होंने बस यात्रा का निर्णय लिया था। जानकारी मिलते ही परिवार के अन्य सदस्य घटनास्थल की ओर रवाना हो गए हैं। फेनहारा में इस वक्त शोक का माहौल है।
मृतकों की पहचान
इस हादसे में जान गंवाने वालों की पहचान इलियास (35), उसकी पत्नी कमरूनेशा (30), अशफाक (45), उसकी पत्नी मुनचुन खातून (38), और उनके दो बच्चे गुलनाज (13) और सोहैल (3) के रूप में हुई है। अशफाक के दो बेटे, दिलशाद और साहिल, घायल हो गए हैं। इलियास और अशफाक सगे भाई थे।
हादसे के बाद की स्थिति
मृतकों की मां, राबेया खातुन, ने बताया कि उनका परिवार एक महीने पहले ही घर आया था और कल सुबह साढ़े 10 बजे वे मेरठ के लिए निकले थे। परिवार को हादसे की जानकारी उनके पोते दिलशाद ने दी, जो हादसे में घायल है।
प्रशासन की प्रतिक्रिया
फेनहारा थानाध्यक्ष सुषमा कुमारी और बीडीओ रमेश सिंह भी घटनास्थल पर पहुंचे हैं। उन्होंने एक ही परिवार के 6 लोगों की मौत की पुष्टि की है। इजोर बारा गांव के भी 3 लोग इस हादसे में घायल हो गए हैं। यहां के फूल मोहम्मद का दोनों पैर कट गया है और उसने ही कॉल कर परिवार को हादसे की जानकारी दी थी।
पिछले हादसे
गांव के लोगों के अनुसार, साल 2021 में भी नमस्ते बिहार कंपनी की इसी बस (UP95T 4720) का एक्सीडेंट हुआ था, जिसमें फेनहारा के ड्राइवर मुन्ना और खलासी की मौत हो गई थी।
शिवहर के लोग भी प्रभावित
इस हादसे में शिवहर के 2 लोगों की मौत और 6 लोग घायल हुए हैं। मरने वालों में दीपक कुमार (27) और शिवदयाल (28) शामिल हैं। घायलों में मोहम्मद सद्दाम, नीतू, रजनीश, लाल बाबू दास और उनके दो बेटे रामप्रवेश कुमार और भरत भूषण दास शामिल हैं। रजनीश का एक हाथ कट गया है।
बस सेवा में लापरवाही
घायल भरत भूषण की बहन भारती कुमारी ने बताया कि मंगलवार को सभी लोग मां वैष्णो ट्रैवल्स के टिकट पर यात्रा कर रहे थे, लेकिन सवारी पूरी नहीं होने के कारण उन्हें नमस्ते बिहार बस में बैठाया गया। यह डबल डेकर बस (UP95 T 4720) आमतौर पर सीतामढ़ी से चलती थी, लेकिन पैसेंजर की कमी के कारण शिवहर से चली थी। सुबह 4 बजे जब हादसा हुआ, सभी लोग सो रहे थे।