स्कूली बच्चों के आधार निर्माण और अपडेट में समस्तीपुर जिला पिछड़ा, DM के निर्देशों की भी अनदेखी
समस्तीपुर जिले के सरकारी स्कूलों में पढ़ने वाले बच्चों के आधार कार्ड बनाने और अपडेट करने के मामले में जिला काफी पिछड़ा हुआ है। एक लाख से अधिक बच्चों का अभी तक आधार नहीं बना है या उनका आधार अपडेट नहीं हुआ है, जिसके कारण साइट पर लॉगिन करते समय आधार संख्या में मिसमैच हो जाता है।
तत्कालीन डीएम योगेंद्र सिंह के निर्देश पर डीईओ कामेश्वर प्रसाद गुप्ता ने सभी बीईओ और संबंधित अधिकारियों को निर्देश दिया था कि प्रतिदिन कम से कम 50 बच्चों का आधार बनाना और अपडेट करना अनिवार्य है। हालांकि, इस निर्देश पर अभी तक अमल नहीं हो पाया है। बीईओ की लापरवाही भी इस कार्य में सामने आई है। उनका दावा है कि बच्चे स्कूल में आधार बनवाने और अपडेट कराने के लिए नहीं आ रहे हैं। इस स्थिति को देखते हुए डीईओ ने कार्रवाई की चेतावनी दी है और सभी बीईओ, बीपीएम, लेखा सहायक सह डाटा एंट्री ऑपरेटर, और डाटा एंट्री ऑपरेटर को निर्देश दिया है कि वे अपने प्रखंड के स्कूलों में उन बच्चों का आधार बनवाएं जिनका आधार नहीं है या मिसमैच हो रहा है। इसके लिए उन्हें आधार केंद्र भेजने की जिम्मेदारी दी गई है, और जिन केंद्रों पर 50 से कम आधार बनाए जाएंगे, उनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
जिला के सरकारी स्कूलों के लगभग 1 लाख 3 हजार से अधिक बच्चों का आधार अब तक नहीं बना है या मिसमैच हो रहा है। इन सभी बच्चों का आधार बनाकर एक सप्ताह के भीतर ई-शिक्षा कोष पोर्टल पर अपलोड करने का निर्देश राज्य परियोजना निदेशक द्वारा दिया गया है, जिसका सख्ती से पालन करने का आदेश जारी किया गया है।