दलित युवक की निर्मम हत्या पर अखिलेश का तीखा हमला, पूछा- ‘कहाँ गया बुलडोजर का दमखम?
प्रयागराज में एक दलित युवक की निर्मम हत्या ने समाज के सामने एक कड़वा सच उजागर कर दिया है। जब सत्ता के अभिमान में डूबे प्रभुत्वशाली तत्व निर्दोषों को जिंदा जलाने का साहस दिखाते हैं, तो यह स्पष्ट हो जाता है कि कानून और न्याय की धार कुंद हो चुकी है। बाबासाहेब अंबेडकर की जयंती के ठीक पूर्व घटी यह भीषण घटना कुछ तथाकथित शक्तिशालियों की विकृत मानसिकता और नृशंस मनोवृत्ति को उजागर करती है।
यह घटना न केवल मानवता के विरुद्ध एक जघन्य अपराध है, बल्कि समाज में व्याप्त जातिगत हिंसा और असमानता की गहरी जड़ों को भी प्रकट करती है। सवाल यह उठता है कि क्या हमारी व्यवस्था में अभी भी ऐसे अपराधियों के विरुद्ध कार्रवाई का साहस बचा है, या फिर सत्ता के सामने न्याय व्यवस्था नतमस्तक हो चुकी है?
समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने इस घटना पर गहरी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा कि “यह घटना सत्ता के दंभ और संरक्षणवाद की पराकाष्ठा को दर्शाती है। जब तक ऐसे अपराधियों को बुलडोजर की तरह कुचला नहीं जाता, तब तक समाज में न्याय की स्थापना संभव नहीं।”
प्रयागराज में एक प्रभुत्ववादी द्वारा दलित समाज के एक युवक को जिंदा जलाकर मारने का जो जघन्य अपराध हुआ है, उसने साबित कर दिया है कि सत्ता का अपने लोगों को दिया अवांछित प्रश्रय और अहंकार अब सरेआम हत्यारे तक करवा रहा है। बाबासाहेब की जयंती के पहले ऐसी घटना को अंजाम देकर कुछ शक्तिशाली… pic.twitter.com/p1Xmunu3MV
— Akhilesh Yadav (@yadavakhilesh) April 13, 2025
इस नृशंस हत्या के लिए ‘निंदनीय’ जैसा शब्द भी अपर्याप्त प्रतीत होता है। यह घटना हमारी सामूहिक मानवीय चेतना पर एक कलंक है, जिसकी निंदा के लिए शब्दों का अभाव है। समय आ गया है जब हमें ऐसी वीभत्स घटनाओं के विरुद्ध न केवल आवाज उठानी होगी, बल्कि व्यवस्थागत परिवर्तन की मांग भी करनी होगी।
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