लखनऊ में सांप्रदायिक सौहार्द की मिसाल: शाही मस्जिद में हिंदू महिलाओं का स्वागत
लखनऊ के बुलाकी अड्डा स्थित शाही मस्जिद में एक ऐसी घटना घटी जो शहर के सांप्रदायिक सौहार्द को उजागर करती है। दो हिंदू महिलाएं अपने बच्चे को नमाज़ियों से दुआ/फूंक डलवाने के लिए मस्जिद पहुंची थीं, जहां एक अप्रिय प्रकरण के बाद स्थानीय लोगों ने सद्भावना की मिसाल पेश की।
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लखनऊ के बुलाकी अड्डा के पास शाही मस्जिद में दो हिंदू महिलाएं बच्चे को नमाजियों से फूंक डलवाने के लिए आई थी…
तभी वहां धीरज नाम के व्यक्ति ने बदतमीज़ी करते हुए कहा तुम हिंदू हो यह काम क्यों कर रही हैं।
महिला ने कहा… pic.twitter.com/gnJ741piEE— Kavish Aziz (@azizkavish) April 26, 2025
घटना का विवरण:
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दो हिंदू महिलाएं अपने बीमार बच्चे के लिए मस्जिद में दुआ लेने पहुंची थीं
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धीरज नामक एक व्यक्ति ने उन्हें टोकते हुए कहा: “तुम हिंदू हो, यहां यह काम क्यों कर रही हो?”
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एक महिला ने तुरंत जवाब दिया: “हिंदू-मुस्लिम क्या होता है? आप जैसे लोग ही समाज में आतंक फैलाते हैं”
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समुदाय की प्रतिक्रिया:
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मस्जिद और आसपास के हिंदू-मुस्लिम नागरिक तुरंत घटनास्थल पर एकत्र हुए
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सभी ने धीरज से उसके व्यवहार का कारण पूछा
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धीरज के पास कोई उचित जवाब नहीं था
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स्थानीय लोगों ने महिलाओं का समर्थन किया और उन्हें सम्मानपूर्वक दुआ करवाई
स्थानीय नेताओं की प्रतिक्रिया:
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मस्जिद के इमाम ने कहा: “हमारी मस्जिद सभी के लिए खुली है”
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मोहल्ला समिति के अध्यक्ष ने कहा: “यह घटना हमारे क्षेत्र के सद्भाव को दर्शाती है”
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पुलिस ने मामले में शांति बनाए रखने के लिए संवेदनशीलता दिखाई
घटना का परिणाम:
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धीरज को समुदाय के लोगों ने समझाया और सद्भाव बनाए रखने की सलाह दी
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महिलाओं ने मस्जिद में शांतिपूर्वक अपना उद्देश्य पूरा किया
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क्षेत्र में साम्प्रदायिक सौहार्द का वातावरण और मजबूत हुआ
यह घटना साबित करती है कि आम जनता सांप्रदायिक सौहार्द को तरजीह देती है। लखनऊ की यह गंगा-जमुनी तहजीब एक बार फिर सामने आई है, जहां धर्म के नाम पर फूट डालने वालों को समाज खुद ही जवाब दे देता है।
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