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बिहार: दरभंगा में कोसी नदी का पश्चिमी तटबंध टूटा, कई क्षेत्रों में फैली बाढ़

बिहार में बाढ़ का कहर जारी है, जहां कई स्थानों पर नदियों के तटबंध टूट गए हैं। ताजा मामला दरभंगा के किरतपुर प्रखंड के भभौल गांव का है, जहां कोसी नदी का पश्चिमी तटबंध टूटने से किरतपुर और घनश्यामपुर प्रखंड में बाढ़ ने भारी तबाही मचा दी है। इससे पहले, वाल्मीकि टाइगर रिजर्व में भी बाढ़ का पानी घुसने से भारत-नेपाल सीमा से सटे जिलों पर सबसे अधिक असर पड़ा है।

सीतामढ़ी जिले के मधकौल गांव में बागमती नदी के तटबंध में दरार की खबर सामने आई, जबकि पश्चिमी चंपारण जिले के बगहा-1 प्रखंड में गंडक नदी के अत्यधिक जलदाब से तटबंध शाम 4.50 बजे क्षतिग्रस्त हो गया। इसके चलते बाढ़ का पानी वाल्मीकि टाइगर रिजर्व में प्रवेश कर गया, जिससे वहां के वन्यजीवों के जीवन पर खतरा मंडरा रहा है।

राज्य जल संसाधन विभाग (डब्ल्यूआरडी) के अनुसार, बागमती नदी के जलस्तर में अचानक वृद्धि के कारण सीतामढ़ी जिले के बेलसंड, परसौनी, बरगैनिया, रसलपुर प्रखंडों और शिवहर जिले के पिपराही, पुरनहिया और शिवहर प्रखंडों में बागमती नदी के तटबंधों में कई स्थानों पर रिसाव हुआ, जिसे तुरंत ठीक किया गया है।

इस साल बिहार की नदियों में अधिकतम जलस्तर दर्ज किया गया है। कमला बलान नदी का जलस्तर झंझारपुर में 52.10 मीटर मापा गया, जो खतरे के निशान से 2.10 मीटर अधिक है। ललबेकिया नदी के गोवाबाड़ी मापक स्थल पर जलस्तर 72.70 मीटर है, जो खतरे के निशान से 1.55 मीटर ज्यादा है। हालाँकि, डब्ल्यूआरडी के अनुसार छोटी नदियों में जलस्तर कम हो रहा है, लेकिन कई जिलों में बाढ़ की स्थिति गंभीर बनी हुई है, जिससे 16 लाख से अधिक लोग प्रभावित हैं।

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