बौद्ध भिक्षुओं ने गया में फहराया तिरंगा: भारत की शांति की परंपरा का अद्भुत संदेश
गया जिले में 78वें स्वतंत्रता दिवस के उपलक्ष्य में बिहार के सरकारी और निजी संस्थानों में हर्षोल्लास के साथ ध्वजारोहण किया गया और राष्ट्रध्वज को सम्मानपूर्वक सलामी दी गई। बोधगया स्थित महाबोधि मेडिटेशन सेंटर में एक विशेष दृश्य देखने को मिला, जहां स्वतंत्रता दिवस के इस अवसर पर दर्जनों बौद्ध भिक्षुओं ने ध्वजारोहण किया और राष्ट्रध्वज को नमन किया।
इस अवसर पर बौद्ध भिक्षु भंते ने कहा कि आज पूरे देश में आजादी का उत्सव धूमधाम से मनाया जा रहा है। उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सराहना करते हुए उनके भाषण का उल्लेख किया, जिसमें उन्होंने कहा कि देश के समक्ष कई चुनौतियां हैं, जो आंतरिक और बाहरी दोनों हैं। मैं उन शक्तियों को यह बताना चाहता हूं कि भारत का विकास किसी के लिए समस्या नहीं बनता।
भंते ने आगे कहा कि जब भारत विश्व में समृद्ध था, तब भी उसने दुनिया को युद्ध की ओर नहीं धकेला। भारत, जो बुद्ध का देश है, उसके लिए युद्ध की राह सही नहीं है। उन्होंने कहा कि आज हमें अपने मन से नकारात्मक शक्तियों से मुक्ति पाने की आवश्यकता है।
बोधगया की टेरगर बौद्ध मोनेस्ट्री में भी बौद्ध भिक्षुओं द्वारा ध्वजारोहण किया गया, और बाल बौद्ध भिक्षुओं के बीच जिलेबी और मिठाइयों का वितरण किया गया। महाबोधि मेडिटेशन सेंटर में अध्ययनरत दर्जनों बाल भिक्षु भी इस ध्वजारोहण समारोह में भागीदार बने।
नॉर्थ ईस्ट के विभिन्न क्षेत्रों से आए सैकड़ों बाल बौद्ध भिक्षु निःशुल्क बौद्ध धर्म का अध्ययन कर रहे हैं। करुणा, प्रेम, मैत्री, और भगवान बुद्ध के उपदेशों को आत्मसात करने और उनके संदेशों को प्रसारित करने की आवश्यकता पर जोर दिया गया।