बिहार में शिक्षक सक्षमता परीक्षा एजेंसी का कॉन्ट्रैक्ट रद्द, शिक्षा विभाग ने किया ब्लैकलिस्ट
बीपीएससी परीक्षा के पेपर लीक मामले के बीच शिक्षा विभाग ने बड़ा कदम उठाया है। नियोजित शिक्षकों की सक्षमता परीक्षा आयोजित करने वाली कंपनी के खिलाफ कार्रवाई करते हुए उसका अनुबंध रद्द कर दिया गया है। शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव डॉ. एस सिद्धार्थ ने कंपनी को ब्लैकलिस्टेड कर दिया है।
बिहार में परीक्षाओं के आयोजन के बाद गड़बड़ी और पेपर लीक की शिकायतें आम रही हैं, जिससे सरकार को आलोचनाओं का सामना करना पड़ता है। हाल ही में आयोजित सक्षमता परीक्षा में भी एजेंसी पर गंभीर आरोप लगे थे। जांच के बाद शिक्षा विभाग ने इस मामले में सख्त कदम उठाया।
बिहार बोर्ड ने दी कार्रवाई की सिफारिश
शिक्षा विभाग ने अपने आदेश में स्पष्ट किया कि M/S SIFY डिजिटल सर्विस लिमिटेड चेन्नई द्वारा की गई गड़बड़ियों के कारण उसका अनुबंध रद्द किया गया है। परीक्षा के दौरान प्रश्न पत्रों की पुनरावृत्ति और अन्य तकनीकी खामियों के चलते एजेंसी को ब्लैकलिस्ट कर दिया गया। बिहार विद्यालय परीक्षा समिति ने भी एजेंसी के खिलाफ कार्रवाई की अनुशंसा की थी।
प्रश्न कोड और सॉफ्टवेयर गड़बड़ी के आरोप
रिपोर्ट के अनुसार, परीक्षा एजेंसी ने शिक्षा विभाग द्वारा उपलब्ध कराए गए प्रश्न कोड में बदलाव किया और सॉफ्टवेयर में भी खामियां पाई गईं। पर्याप्त मानव संसाधन की व्यवस्था न होने और तकनीकी त्रुटियों के कारण यह निर्णय लिया गया।
शिक्षा विभाग ने यह कदम परीक्षा प्रक्रिया की विश्वसनीयता बनाए रखने और भविष्य में ऐसी गड़बड़ियों को रोकने के उद्देश्य से उठाया है।