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पवित्र बोधि वृक्ष का स्वास्थ्य परीक्षण: फॉरेस्ट रिसर्च इंस्टीट्यूट के वैज्ञानिकों ने की जांच, 8 और 9 अगस्त को होगाउप चार

देहरादून के फॉरेस्ट रिसर्च इंस्टीट्यूट के वैज्ञानिकों ने महाबोधि मंदिर परिसर में स्थित पवित्र बोधि वृक्ष का स्वास्थ्य परीक्षण किया। इस परीक्षण में वृक्ष को पूरी तरह से स्वस्थ पाया गया। हालांकि, इसके बावजूद अगले दो दिनों, यानी 8 और 9 अगस्त को, वृक्ष का इलाज जारी रहेगा।

वैज्ञानिकों के अनुसार, यह इलाज एहतियाती कदम के रूप में किया जा रहा है, ताकि वृक्ष पर फंगस या किसी अन्य संक्रमण का कोई असर न हो सके। वृक्ष का केमिकल उपचार किया जाएगा जिससे उसकी सेहत बनी रहे।

ज्ञात हो कि फॉरेस्ट रिसर्च इंस्टीट्यूट के वैज्ञानिक हर तीन महीने में इस पवित्र वृक्ष का स्वास्थ्य परीक्षण और इलाज करते हैं। इस बार भी मानसून के दौरान वृक्ष की सभी शाखाएँ और टहनियां स्वस्थ पाई गईं। स्वास्थ्य परीक्षण के दौरान महाबोधि मंदिर के चीफ मॉन्क भिखू चलिंदा, केयरटेकर दीनानंद, सचिव डॉ महाश्वेता महारथी और मेंबर अरविंद सिंह उपस्थित थे। डॉक्टर संतन बर्थवाल और शैलेश पांडे ने यह स्वास्थ्य परीक्षण किया।

इस वृक्ष का बौद्ध धर्मावलंबियों के लिए विशेष धार्मिक महत्व है, क्योंकि ऐसा माना जाता है कि इसी बोधि वृक्ष के नीचे भगवान बुद्ध ने तपस्या की थी और उन्हें ज्ञान की प्राप्ति हुई थी। बोधि वृक्ष के गिरे हुए पत्तों को बौद्ध अनुयायी अत्यंत श्रद्धा के साथ अपने घर ले जाते हैं और उसे पूजा स्थल पर सुरक्षित रखते हैं।

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