पटना के दानापुर स्थित ISM कॉलेज की एक छात्रा ने हॉस्टल के अपने कमरे में फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। मृतका का नाम वर्षा कुमारी (19) बताया जा रहा है, जो BBA चौथे सेमेस्टर की छात्रा थीं और मूल रूप से मुजफ्फरपुर की निवासी थीं।
क्या हुआ था?
घटना शनिवार देर शाम की है, जब हॉस्टल की अन्य छात्राओं ने देखा कि वर्षा का कमरा लंबे समय तक बंद था। उन्होंने कई बार दरवाजा खटखटाया और आवाज़ दी, लेकिन कोई जवाब नहीं मिला। इसके बाद उन्होंने हॉस्टल वार्डन को सूचित किया। वार्डन के प्रयास के बाद भी जब दरवाजा नहीं खुला, तो उसे तोड़कर अंदर जाया गया, जहाँ वर्षा का शव पंखे से लटका हुआ मिला।
मौके पर पहुँची शाहपुर थाना पुलिस ने शव को दानापुर अनुमंडल अस्पताल भेज दिया, जहाँ पोस्टमार्टम किया गया।
सुसाइड नोट नहीं मिला, कारण अज्ञात
पुलिस ने बताया कि वर्षा के कमरे से कोई आत्मघाती पत्र (सुसाइड नोट) नहीं मिला है। उनकी रूममेट कुछ दिन पहले छुट्टी पर घर गई थी, जिससे इस घटना के पीछे का सही कारण अभी स्पष्ट नहीं हो पाया है।
शाहपुर थानाध्यक्ष मनीष कुमार आनंद ने बताया कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट के बाद शव को परिजनों को सौंप दिया गया है। फिलहाल, मामले की जाँच चल रही है।
कॉलेज प्रशासन की चुप्पी
इस पूरे मामले में ISM कॉलेज प्रशासन ने अभी तक कोई आधिकारिक बयान नहीं दिया है। छात्राओं के बीच इस घटना ने दहशत और शोक की लहर पैदा कर दी है।
पुलिस मानसिक तनाव, पढ़ाई का दबाव या निजी मुद्दों को लेकर जाँच कर रही है। स्थानीय लोगों ने कॉलेज प्रशासन से छात्रों की मानसिक स्वास्थ्य जाँच और काउंसलिंग सुविधा बढ़ाने की मांग की है।
यह घटना एक बार फिर युवाओं के मानसिक स्वास्थ्य पर गंभीर सवाल खड़े करती है।
गंगा नदी में स्नान के दौरान डूब गए। तीनों की मौत हो गई। तीनों का शव बरामद कर लिया गया है।
दरअसल, राजा पांडेय प्रतिदिन की तरह अपने बच्चों को गंगा नदी में स्नान कराने ले गए थे। नहाने के दौरान राजा अपने दोनों बेटों को रबर के ट्यूब की मदद से तैरना सिखा रहे थे। तभी ट्यूब के गंगा नदी में बह जाने से दोनों बच्चे डूबने लगे। पिता ने दोनों को बचाने का प्रयास किया, लेकिन बचाने के दौरान वह भी गंगा नदी में बह गए। स्थानीय लोगों और गोताखोरों की मदद से पहले उनके बेटे युवराज और अम्बर को गंगा नदी से बाहर निकाल लिया गया। इलाज के दौरान अस्पताल में युवराज की मौत हो गई। इसके बाद पिता राजा पांडेय और अम्बर का शव नदी से निकाला गया।
स्थानीय गोताखोर की मदद से बरामद हुआ शव
बाढ़ CO डॉ. नरेंद्र कुमार सिंह ने कहा कि फोन पर गंगा नदी में एक ही परिवार के तीन लोगों के डुबने की सूचना मिली। स्थानीय गोताखोर की मदद से शव बरामद किया गया।