कृष्णा अल्लावरु अनुपस्थित कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने 500 मीटर के तिरंगे के साथ संविधान बचाओ यात्रा निकाली राजेश राम ने कहा संविधान की रक्षा सर्वोपरि
मंगलवार की सुबह कांग्रेस ने ‘संविधान बचाओ’ मुहिम के तहत एक जोरदार पदयात्रा का आयोजन किया। इस दौरान पार्टी कार्यकर्ताओं ने 500 मीटर लंबे तिरंगे को थामे हुए सदाकत आश्रम से बांस घाट तक मार्च निकाला। पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष राजेश राम तिरंगा लेकर मार्च के अग्रिम पंक्ति में नजर आए, जबकि बिहार प्रभारी कृष्णा अल्लावरु इस आयोजन में अनुपस्थित रहे।
संविधान की रक्षा को लेकर जोशीला संकल्प
राजेश राम ने इस मौके पर कहा, “आज का दिन ऐतिहासिक है। हम ‘जय भीम, जय बापू, जय संविधान’ के नारे के साथ यहां एकत्र हुए हैं। आज हमारा संविधान और धर्मनिरपेक्षता खतरे में है, और कांग्रेस का हर कार्यकर्ता इसे बचाने के लिए प्रतिबद्ध है। देश संविधान से चलता है, और हम इसे किसी भी हाल में टूटने नहीं देंगे।”
उन्होंने कार्यकर्ताओं से अगले छह महीने तक पूरी ताकत से संघर्ष करने का आह्वान किया और कहा, “पार्टी के लिए अब पूरी तरह समर्पित हो जाने का समय आ गया है। परिवार से छुट्टी लेकर, हर सुविधा को पीछे छोड़कर, अब हमें केवल संघर्ष पर ध्यान देना है।”
तिरंगे की छाया में देशभक्ति का संदेश
राजेश राम ने तिरंगे के महत्व पर जोर देते हुए कहा, “आज हमारे सभी कार्यकर्ता तिरंगे की चादर थामे खड़े हैं। यह हमारी एकता और देशभक्ति का प्रतीक है। जिस तरह तिरंगे की छाया हमें शीतलता देती है, उसी तरह हम भी इस देश को सुरक्षित और समृद्ध बनाने के लिए प्रयासरत हैं।”
इस मौके पर विधायक दल के नेता शकील अहमद खान, विधान परिषद दल के नेता डॉ. मदन मोहन झा सहित कई जिलाध्यक्ष, विधायक और सांसद मौजूद रहे। शकील अहमद ने कहा, “अति पिछड़ों, पिछड़ों और वंचित वर्गों को मुख्यधारा में लाने की लड़ाई राहुल गांधी लड़ रहे हैं। वे सड़क से लेकर संसद तक इनके हक की आवाज उठा रहे हैं। संविधान हमारी आत्मा में बसता है, और इसे बचाने के लिए ही यह पदयात्रा निकाली गई है।”
इस आयोजन में बड़ी संख्या में कार्यकर्ताओं ने भाग लिया, जिससे पार्टी की जन-जुड़ाव की रणनीति का पता चलता है। कांग्रेस ने स्पष्ट कर दिया है कि वह संविधान और लोकतांत्रिक मूल्यों की रक्षा के लिए किसी भी स्तर तक जाने को तैयार है।
