Site icon Vande Bihar

कानून व्यवस्था या सत्ता व्यवस्था? बिहार की जनता क्यों महसूस कर रही है खुद को असुरक्षित?

TwitterFacebookWhatsAppXShare

सत्ता की सुरक्षा या जनता की सुरक्षा

बिहार की जनता आज भी सुरक्षा और कानून-व्यवस्था के मोर्चे पर चुनौतियों का सामना कर रही है। हाल के घटनाक्रमों से साफ ज़ाहिर होता है कि प्रशासनिक तंत्र की प्राथमिकता आम नागरिकों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के बजाय सत्ता के हितों को सुरक्षित रखना बन गई है। अपराधिक घटनाएँ बढ़ रही हैं, कानून का डर खत्म हो रहा है, और आम आदमी असहाय महसूस कर रहा है।

ऐसे में सवाल उठना लाज़मी है कि क्या बिहार की सरकार जनता की सुरक्षा को गंभीरता से ले रही है, या फिर उसकी पूरी ऊर्जा सिर्फ़ सत्ता को बचाए रखने में खप रही है? जनता को न्याय और सुरक्षा मिले, यही किसी भी लोकतांत्रिक व्यवस्था का मूल उद्देश्य होना चाहिए।

मनोज कुमार यादव: संघर्ष से सफलता की प्रेरणादायक कहानी

 

Exit mobile version