मध्याह्न भोजन की पोल खुली: बच्चों ने शिक्षा अधिकारी के सामने बताई सच्चाई
मोतिहारी के ग्रामीणों की शिकायत पर शिक्षा विभाग पटना की ओर से जांच करने के लिए एमडीएम की टीम वहां पहुंची। रक्सौल प्रखंड के परसौना तपसी पंचायत के उत्क्रमित मध्य विद्यालय जयंत टोला में पीएम पोषण योजना के तहत विद्यार्थियों को कीड़े वाला भोजन दिए जाने की घटना पर स्थानीय लोग बेहद नाराज थे। ग्रामीणों ने स्थानीय अधिकारियों से शिकायत की, लेकिन जब कोई सुनवाई नहीं हुई तो उन्होंने ऑनलाइन शिक्षा विभाग पटना को शिकायत भेज दी।
इसे भी पढ़ें :-अंडे की जगह बिस्किट: क्या स्कूल के मिड डे मील में हो रही है लापरवाही?
एमडीएम की टीम के आने की जानकारी मिलते ही प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी और एमडीएम प्रभारी दोनों विद्यालय पहुंच गए। जांच के दौरान, बच्चों और अभिभावकों ने स्कूल की शिक्षा व्यवस्था की पोल खोल दी। लोगों ने बताया कि पीएम पोषण योजना में व्यापक भ्रष्टाचार हो रहा है, जिसमें प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी, एमडीएम प्रभारी और विद्यालय के हेडमास्टर की मिलीभगत है। बच्चों को सड़ी और कीड़े लगी सब्जियां परोसी जाती हैं, और शिकायतों के बावजूद कोई कार्रवाई नहीं की जाती।
इसे भी पढ़ें :-72 वर्षों में पहली बार: सोमवार से शुरू हो रहा श्रावण मास, जानें क्यों है ये विशेष
जानकारी के अनुसार, यह मामला रक्सौल प्रखंड क्षेत्र के परसौना तपसी पंचायत के उत्क्रमित मध्य विद्यालय जयंत टोला से जुड़ा है। पिछले दो-तीन दिनों से बच्चों को खाने में खराब और कीड़े लगी सब्जियां दी जा रही थीं। बच्चों की शिकायत पर जब अभिभावक विद्यालय पहुंचे, तो सच्चाई सामने आई। बताया जा रहा है कि पहले भी इस विद्यालय में इस प्रकार की घटनाएं हो चुकी हैं और प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी को शिकायतें भेजी गई थीं, लेकिन उन्होंने कोई कदम नहीं उठाया।
अंततः, ग्रामीणों ने शिक्षा विभाग पटना को शिकायत कर दी। अगले ही दिन एमडीएम की टीम जांच के लिए विद्यालय पहुंची। भनक लगते ही प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी भी मौके पर पहुंचीं। एमडीएम टीम के सामने ही प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी और प्रधानाध्यापिका की कारगुजारियों का खुलासा हुआ। छात्र-छात्राओं और ग्रामीणों का कहना था कि पिछले दो-तीन दिनों से उन्हें कीड़े वाला खाना दिया जा रहा है, और शिकायत करने के बाद भी कोई कार्रवाई नहीं की गई।