समस्तीपुर: समस्तीपुर का कुख्यात बैंक लुटेरा अपने दो साथियों के साथ आरा में बैंक लूटने की योजना बना रहा था, जिसे भोजपुर पुलिस ने बुधवार रात गुप्त सूचना के आधार पर गिरफ्तार कर लिया। ये गिरोह पहले भी पांच जिलों में बैंक और सीएसपी लूट की घटनाओं को अंजाम दे चुका है। छठी बार बैंक लूटने की मंशा से ये अपराधी आरा पहुंचे थे, लेकिन भोजपुर पुलिस की त्वरित कार्रवाई ने उनकी योजना को विफल कर दिया।
भोजपुर एसपी प्रमोद कुमार ने गुरुवार को प्रेस कांफ्रेंस में यह जानकारी दी। गिरफ्तार अपराधियों में एक युवक, समस्तीपुर नगर थाना क्षेत्र के मारवाड़ी बाजार स्थित स्टेट बैंक ऑफ इंडिया शाखा में, वृद्ध के झोले में ब्लेड मारकर 2 लाख 70 हजार रुपये चुराने के मामले में शामिल था। समस्तीपुर पुलिस ने उसके घर से 13 हजार रुपये भी बरामद किए हैं।
भोजपुर एसपी प्रमोद कुमार ने बताया कि बुधवार रात करीब 11:15 बजे गुप्त सूचना मिली कि समस्तीपुर जिले का कुख्यात अपराधी मिंटू तिवारी अपने गिरोह के साथ आरा में बैंक लूटने की मंशा से आया हुआ है। गुप्त सूचना का सत्यापन कर एक विशेष टीम का गठन किया गया। रात 11:40 बजे पकड़ी चौक के पास बिना नंबर प्लेट की पल्सर बाइक पर सवार तीन लोग पुलिस को देखकर रमना मैदान की तरफ भागने लगे, जिन्हें पुलिस ने पकड़ लिया।
गिरफ्तार अपराधियों में मथुरापुर बाजार समिति, समस्तीपुर निवासी स्वर्गीय राज कुमार तिवारी का बेटा मिंटू कुमार उर्फ मिठ्ठू तिवारी, किशुनदेव सिंह का बेटा छोटू कुमार सिंह, और बेगूसराय के सिघौल थाना क्षेत्र के डुमरी गांव निवासी अशोक पांडेय का बेटा मोनू कुमार शामिल हैं।
भोजपुर एसपी प्रमोद कुमार ने बताया कि पूछताछ में पता चला कि ये तीनों बैंक लूटने की मंशा से आरा आए थे। गिरोह के अन्य सदस्य, रामभज्जू पांडेय और बलराम तिवारी, जो सीतामढ़ी जिले के निवासी हैं, ट्रेन या बस से देर शाम तक आरा पहुंचने वाले थे। पुलिस ने इनकी खोजबीन की, लेकिन वे पकड़े नहीं जा सके।
गिरफ्तार अपराधियों ने खुलासा किया कि वे पहले समस्तीपुर, सीतामढ़ी, मधुबनी के विदई थाना क्षेत्र और नवादा के वारसलीगंज थाना क्षेत्र में भी बैंक लूट की घटनाओं को अंजाम दे चुके हैं। पुलिस ने इनके पास से दो देशी कट्टा, चार जिंदा गोली, दो मोबाइल, बिना नंबर प्लेट की पल्सर बाइक बरामद की है। ये अपराधी पहले भी जेल जा चुके हैं और जेल से छूटने के बाद फिर से अपराध करने की योजना बना रहे थे, लेकिन पुलिस ने उनकी साजिश को नाकाम कर दिया।