SAMASTIPUR

सुबह 3 बजे पिस्टल दिखाकर मंदिर लूटा, 1 करोड़ की राम-सीता की मूर्तियां गायब!

समस्तीपुर जिले के विभूतिपुर थाना अंतर्गत भुसवर ठाकुरबाड़ी स्थित प्राचीन रामजानकी मंदिर में आज सुबह तड़के एक साहसिक डकैती हुई। तीन सशस्त्र बदमाशों ने मंदिर से अष्टधातु से निर्मित भगवान राम, माता सीता और लक्ष्मण जी की दुर्लभ मूर्तियों के साथ-साथ चांदी के मुकुट और सोने-चांदी की मूल्यवान मालाएं लूट लीं।

रातोंरात हुआ साहसिक अपराध

घटना रात करीब 3 बजे की है जब मंदिर परिसर में सो रहे पुजारी राम कैलाश दास को अचानक बदमाशों ने थप्पड़ मारकर जगाया। हथियार के बल पर उनसे मंदिर की चाबियां हड़पने के बाद लुटेरों ने मंदिर का ताला तोड़कर अनमोल मूर्तियों को लूट लिया। पुजारी के चिल्लाने पर ग्रामीणों के पहुंचने तक अपराधी फरार हो चुके थे।

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एक करोड़ से अधिक की कीमती मूर्तियां

मंदिर ट्रस्ट के अध्यक्ष एवं पूर्व मुखिया शिवदानी प्रसाद सिंह ने बताया कि चोरी हुई मूर्तियां लगभग 100 वर्ष पुरानी हैं जिन्हें दो साल पहले नवनिर्मित मंदिर में विधि-विधान से स्थापित किया गया था। इन ऐतिहासिक कलाकृतियों और आभूषणों का बाजार मूल्य लगभग एक करोड़ रुपये आंका गया है।

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इलाके में यह पहली घटना नहीं

स्थानीय सूत्रों के अनुसार यह क्षेत्र पहले भी ऐसी घटनाओं का शिकार रहा है। आलमपुर कोदरिया, नरहन और महथी बड़ी की ठाकुरबाड़ियों से पहले भी अष्टधातु की मूर्तियां चोरी की जा चुकी हैं। कुछ मामलों में तो मंदिर सेवकों के विरोध करने पर उनकी हत्या तक कर दी गई थी।

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पुलिस की धीमी प्रतिक्रिया पर सवाल

गंभीर चिंता का विषय यह है कि घटना की सूचना मिलने के बाद पुलिस टीम करीब चार घंटे बाद मौके पर पहुंची। विभूतिपुर थाना प्रभारी आनंद कश्यप ने बताया कि पुजारी से विस्तृत पूछताछ की जा रही है और जल्द ही मामले को सुलझाने का दावा किया है। हालांकि, मंदिर प्रबंधन समिति ने पुलिस की इस ढिलाई पर गंभीर आपत्ति जताई है।

इस घटना ने पूरे इलाके में रोष पैदा कर दिया है। स्थानीय निवासी मंदिर की सुरक्षा व्यवस्था को लेकर सवाल उठा रहे हैं और प्रशासन से त्वरित कार्रवाई की मांग कर रहे हैं।

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