पटना के बाढ़ अनुमंडल स्थित धोबिया घाट पर एक मार्मिक घटना घटी, जहाँ NTPC के कर्मी राजा पांडेय (38) और उनके दोनों पुत्र अम्बर (9) तथा युवराज (7) गंगा नदी में स्नान करते समय डूब गए। तीनों की मृत्यु हो गई, और बाद में उनके शव बरामद कर लिए गए।
कैसे हुआ हादसा?
राजा पांडेय रोज़ की तरह अपने बेटों को गंगा नदी में नहलाने ले गए थे। स्नान के दौरान वह अपने बच्चों को रबर ट्यूब की मदद से तैरना सिखा रहे थे। अचानक ट्यूब बह जाने से दोनों बच्चे गहरे पानी में डूबने लगे। बेटों को बचाने के लिए राजा ने जैसे ही प्रयास किया, वह भी तेज़ बहाव में फँस गए।
स्थानीय लोगों और गोताखोरों ने बचाव अभियान चलाया। सबसे पहले युवराज और अम्बर को नदी से निकाला गया, लेकिन अस्पताल में युवराज ने दम तोड़ दिया। कुछ समय बाद राजा पांडेय और अम्बर के शव भी गंगा से बरामद हुए।
प्रशासन और परिवार की प्रतिक्रिया
बाढ़ के CO डॉ. नरेंद्र कुमार सिंह ने बताया कि उन्हें एक ही परिवार के तीन सदस्यों के डूबने की सूचना मिली थी। स्थानीय गोताखोरों की मदद से सभी के शव ढूँढ़ लिए गए।
मृतक राजा पांडेय के पिता ने दुखी मन से बताया कि इस घटना ने उनके पूरे वंश का नामोनिशान मिटा दिया। राजा हर रविवार को अपने बेटों को ट्यूब की मदद से तैराकी सिखाते थे। घटना से एक दिन पहले ही वह अपने पैतृक गाँव पितौझिया से खाने का सामान लेकर लौटे थे और अपने पिता से फोन पर बात भी की थी।
यह घटना एक बार फिर गंगा नदी में स्नान के दौरान सावधानी बरतने की आवश्यकता को रेखांकित करती है। प्रशासन ने लोगों से गहरे पानी में जाने से बचने की सलाह दी है।