बिहार में छतों पर उगेंगे सब्जी-फल: पहले चरण में इन शहरों से शुरुआत
बिहार के कृषि मंत्री मंगल पांडेय ने कहा कि अब घरों की छत और अपार्टमेंट में भी फल, फूल और सब्जियों की खेती करना संभव हो गया है। इस योजना की जानकारी को ज्यादा से ज्यादा लोगों तक पहुंचाने की अपील की गई है। फिलहाल यह योजना पटना सदर, दानापुर, फुलवारी, खगौल, भागलपुर, गया और मुजफ्फरपुर के शहरी क्षेत्रों में शुरू की गई है।
बैठक में हुई योजनाओं की समीक्षा
शुक्रवार को मीठापुर स्थित कृषि भवन में आयोजित समीक्षा बैठक में कृषि मंत्री ने विभागीय अधिकारियों के साथ राज्य में चल रही विभिन्न कृषि योजनाओं की प्रगति की समीक्षा की। बैठक में बागवानी विकास कार्यक्रम, मखाना विकास योजना, मधुमक्खी पालन, मुख्यमंत्री बागवानी मिशन के तहत आम विकास योजना समेत कई योजनाओं पर चर्चा हुई।
मंत्री ने कहा कि हर किसान तक कृषि विभाग की योजनाओं को पहुंचाना सरकार का प्राथमिक उद्देश्य है। इसके लिए विभाग लगातार प्रयासरत है, ताकि किसानों को योजनाओं का पूरा लाभ मिल सके। छत पर बागवानी के लिए गमलों और फार्मिंग बेड योजना को विशेष प्राथमिकता दी गई है।
कौन उठा सकता है योजना का लाभ?
इस योजना का लाभ वे लोग ले सकते हैं जिनके पास अपने घर की छत पर कम से कम 300 वर्ग फीट खाली जगह हो। अपार्टमेंट में रहने वाले लोगों को योजना का लाभ लेने के लिए पंजीकृत सोसाइटी से अनापत्ति प्रमाण पत्र प्राप्त करना होगा।
योजना के तहत 300 वर्ग फीट पर खेती के लिए 48,574 रुपये की लागत निर्धारित की गई है। इसमें 75% यानी 36,430.50 रुपये का अनुदान सरकार देगी, जबकि 12,143.50 रुपये लाभार्थी को खुद वहन करना होगा।
अधिकारियों की मौजूदगी
बैठक में कृषि सचिव संजय अग्रवाल, बिहार राज्य बीज निगम के एमडी आलोक रंजन घोष, विशेष सचिव वीरेंद्र यादव और अन्य वरिष्ठ अधिकारी मौजूद थे। मंत्री ने अधिकारियों को निर्देश दिया कि किसानों को योजना का लाभ शीघ्रता से और पारदर्शी तरीके से प्रदान किया जाए।
इस योजना के माध्यम से राज्य के किसान अपने घर की छत पर बागवानी कर सकते हैं और आत्मनिर्भरता की ओर एक कदम बढ़ा सकते हैं।