पटना इस्कॉन मंदिर में झड़प, मंदिर अध्यक्ष कृष्ण कृपा दास पर लगा दुष्कर्म का आरोप
पटनाके बीच हुई मारपीट, भागलपुर मंदिर के अध्यक्ष ने लगाए गंभीर आरोप
पटना इस्कॉन मंदिर में दो पक्षों के बीच विवाद बढ़कर मारपीट में बदल गया। भागलपुर इस्कॉन मंदिर के अध्यक्ष रक्षक गिरिधारी दास ने पटना इस्कॉन मंदिर के प्रेसिडेंट कृष्ण कृपा दास पर एक लड़की से छेड़खानी और मारपीट का आरोप लगाया है। घटना की सूचना मिलते ही कोतवाली थाने की पुलिस मौके पर पहुंची और जांच शुरू कर दी।
रक्षक गिरिधारी दास का कहना है कि उन्होंने कृष्ण कृपा दास द्वारा किए गए गबन और अन्य घटनाओं की जानकारी इस्कॉन अथॉरिटी को दी थी। रविवार को मामले को सुलझाने के लिए बुलाया गया, लेकिन बातचीत के दौरान दोनों पक्षों में झड़प हो गई और मामला मारपीट तक पहुंच गया। गिरिधारी दास ने आरोप लगाया कि मंदिर के पुजारियों और बाउंसरों ने उन पर हमला किया।
घटना के बाद रक्षक गिरिधारी दास अपने समर्थकों के साथ कोतवाली थाने पहुंचे। उन्होंने बताया कि इस घटना में 6 लोग घायल हुए हैं। डीएसपी लॉ एंड ऑर्डर कृष्ण मुरारी प्रसाद ने भी कोतवाली थाने पहुंचकर पीड़ितों से पूछताछ की।
बजरंग सेना ने इस घटना पर विरोध जताते हुए मंदिर के प्रेसिडेंट के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है। बजरंग सेना के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित गुप्ता ने अपने समर्थकों के साथ कोतवाली पहुंचकर कार्रवाई की मांग की।
इस बीच, पटना इस्कॉन के प्रमुख महंत और प्रवक्ता नंद गोपाल दास ने इन आरोपों का खंडन किया है। उन्होंने कहा कि इस्कॉन में ऐसी कोई घटना नहीं हुई है, और मारपीट की बात पूरी तरह से गलत है।
डीएसपी लॉ एंड ऑर्डर कृष्ण मुरारी प्रसाद ने बताया कि दोनों पक्षों से पूछताछ की जा रही है। प्रारंभिक जांच में पता चला है कि एक व्यक्ति को पहले यहां से भागलपुर ट्रांसफर किया गया था। इस मामले में सीसीटीवी फुटेज की जांच की जा रही है और अनुशासनहीनता की गंभीरता से जांच होगी।
उन्होंने यह भी कहा कि अभी तक FIR दर्ज नहीं की गई है और लगाए गए आरोपों की गहराई से जांच की जा रही है।