बिहार में JP गंगा पथ की दरारें को लेकर कांग्रेस और राजद NDA पर हलावर
बिहार की राजधानी पटना में बने JP गंगा पथ पर उद्घाटन के महज दो दिन बाद ही दरारें दिखाई देना गंभीर चिंता का विषय है। इस ₹3,831 करोड़ के प्रोजेक्ट को पटना का ‘मरीन ड्राइव’ कहा जा रहा था, लेकिन अब यह निर्माण गुणवत्ता और जल्दबाजी पर सवाल खड़े कर रहा है।
भ्रष्टाचार वाली पुल !
3,831 करोड़ की सड़क
72 घंटे में आई दरारपटना दीदारगंज के बीच बनी जेपी गंगा पथ ।
: वीडियो सौजन्य @ABPNews pic.twitter.com/57tuUQq0et
— Bihar Congress (@INCBihar) April 14, 2025
क्या हुआ?
10 अप्रैल को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कंगन घाट से दीदारगंज तक के हिस्से का भव्य उद्घाटन किया।
12 अप्रैल को JP गंगा पथ पर दिखी दरारें
स्थानीय लोगों ने प्रशासन को सूचित किया, जिसके बाद निर्माण एजेंसी और पथ निर्माण विभाग हलकान हो गए।
क्या है JP गंगा पथ?
20.5 किलोमीटर लंबा यह पथ दीघा से दीदारगंज तक गंगा नदी के किनारे बना है।
इसका उद्देश्य ट्रैफिक जाम कम करना और आपातकालीन सेवाओं को सुगम बनाना था।
क्यों उठ रहे हैं सवाल?
उद्घाटन की जल्दबाजी?
2025 के विधानसभा चुनाव को देखते हुए प्रोजेक्ट को जल्दी-जल्दी पूरा किया गया हो सकता है।
उद्घाटन के समय तेज आंधी और बारिश हो रही थी, फिर भी कार्यक्रम रद्द नहीं किया गया।
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निर्माण में गड़बड़ी?
दरारें कंक्रीट की खराब क्वालिटी, डिज़ाइन दोष या अधिक दबाव की वजह से आई हो सकती हैं।
यह पहली बार नहीं है—अररिया, सुपौल और भागलपुर में भी नए पुल/सड़कों में ऐसी समस्याएं सामने आ चुकी हैं।
अधिकारियों का बचाव?
पथ निर्माण विभाग ने दरारों को “मामूली” बताया है और कहा है कि “भारी वाहनों के दबाव” से ऐसा हुआ।
बिहार राज्य सड़क निर्माण निगम को जांच और मरम्मत का आदेश दिया गया है।
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