डेंगू का कहर: एक सप्ताह में 18 नए मरीज, डेंगू वार्ड में सफाई और सभी बेड पर मच्छरदानी अनिवार्य
जिले में डेंगू का प्रकोप बढ़ता जा रहा है। पिछले एक महीने में 30 से अधिक मामलों की पुष्टि हो चुकी है। मंगलवार को मीनापुर और बोचहां इलाके से दो नए मरीज सामने आए। अब तक जिले में कुल 63 डेंगू मरीज मिल चुके हैं।
एसकेएमसीएच के डेंगू वार्ड में फिलहाल सात मरीज भर्ती हैं, जिनमें से एक की हालत गंभीर है। झपहां माहपुर के अजय कुमार को चार दिन पहले बुखार के कारण इमरजेंसी वार्ड में भर्ती किया गया था, जिसे बाद में डेंगू वार्ड में शिफ्ट कर दिया गया। रिपोर्ट में डेंगू की पुष्टि हुई। इसके अलावा, शिवहर की प्रतिमा देवी और मीनापुर के मनीष कुमार में भी डेंगू की पुष्टि हुई है।
रामपुर हरि के राहुल कुमार और कुढ़नी के राजू साह की भी डेंगू रिपोर्ट पॉजिटिव आई है। अस्पताल में सात मरीजों का इलाज चल रहा है, जबकि पांच को डिस्चार्ज किया जा चुका है।
पिछले साल जिले में 578 डेंगू मरीज सामने आए थे, जिनमें से पांच की मौत हो गई थी। इस साल अब तक 63 मरीज मिल चुके हैं, जिनमें से 18 पिछले एक हफ्ते में रिपोर्ट हुए हैं। मुशहरी प्रखंड इस साल भी डेंगू का हॉटस्पॉट बना हुआ है, जहां से 24 मरीज सामने आए हैं।
आरएमआईआई और आईजीआईएमएस के विशेषज्ञ यह अध्ययन कर रहे हैं कि मुशहरी में लगातार डेंगू के मरीज क्यों मिल रहे हैं। पिछले महीने 150 घरों से लिए गए सैंपल में डेंगू के लार्वा मिले थे। राज्य मलेरिया कार्यालय ने नई गाइडलाइन जारी की है, जिसमें साफ-सफाई और सभी बेड पर मच्छरदानी लगाना अनिवार्य किया गया है।
डेंगू के बढ़ते मामलों के बावजूद विभाग की सुस्ती पर सवाल उठ रहे हैं। इस बार जिला और प्रखंड स्तर पर रैपिड रिस्पांस टीम का गठन किया गया है, जो सूचना मिलते ही तत्काल बचाव कार्य करेगी। हॉटस्पॉट इलाकों में अतिरिक्त मानव बल तैनात किया जाएगा, और रेलवे स्टेशन, बस स्टैंड जैसे स्थानों पर बाहर से आने वालों की रैंडम जांच होगी।
सदर अस्पताल में डेंगू की प्राथमिक जांच की सुविधा दी गई है, और बुखार के मरीजों की रैंडम जांच की जाएगी। संदिग्ध मरीजों को एसकेएमसीएच भेजकर एलिजा टेस्ट किया जाएगा। एसकेएमसीएच ने 18 बेड का डेंगू वार्ड तैयार किया है, जहां हर बेड पर मच्छरदानी लगाई गई है और स्टाफ की तैनाती की गई है।
डेंगू से निपटने के लिए अस्पताल और प्रशासन पूरी तरह से सतर्क है।