समस्तीपुर अस्पताल की जमीन पर विवाद: जानिए इसके पीछे का सच!
समस्तीपुर में सदर अस्पताल की भूमि को अवैध कब्जे से छुड़ाने की पुकार को लेकर नागरिक मंच, आइसा, आरवाईए और अन्य संगठनों के सदस्यों ने जुलूस निकालकर कलेक्ट्रेट पर प्रदर्शन किया। शनिवार को इन संगठनों के कार्यकर्ता सरकारी बस पड़ाव पर एकत्रित हुए और “सदर अस्पताल की भूमि को अवैध कब्जे से मुक्त कराओ- अस्पताल की 4 एकड़ 71 डिसमिल भूमि बचाओ,” “मवेशी अस्पताल की भूमि की माप कर अतिक्रमण मुक्त कराओ” जैसे नारों के साथ जुलूस निकाला। इस दौरान, कार्यकर्ता मांगों से संबंधित नारे लिखी तख्तियां, झंडे और बैनर अपने हाथों में लेकर लहरा रहे थे। जुलूस मुख्यालय का भ्रमण करते हुए कलेक्ट्रेट पहुंचकर मुख्य द्वार के पास प्रदर्शन किया। मौके पर एक सभा आयोजित की गई, जिसकी अध्यक्षता सेवानिवृत्त सैनिक रामबली सिंह ने की। सभा को आइसा के लोकेश कुमार, दीपक यदुवंशी, रविरंजन कुमार सिंह, धीरज कुमार, सुनील कुमार सिंह, नागरिक मंच के सेवानिवृत्त सैनिक रामबली सिंह, रेल विकास मंच के शत्रुध्न राय पंजी, अशोक कुमार, मो अलाउद्दीन, बेबी खातुन, गणेश राय आदि ने संबोधित किया।
सभा को संबोधित करते हुए आइसा-आरवाईए जिला प्रभारी सुरेंद्र प्रसाद सिंह ने कहा कि जानकारी के अनुसार, एक भाजपा नेता द्वारा सदर अस्पताल की बाउंड्री तोड़कर जमीन कब्जा कर सड़क निर्माण कर लिया गया है। सांसद शांभवी चौधरी और नित्यानंद राय का समर्थन इस भाजपा नेता को प्राप्त है, इसलिए जिला प्रशासन अस्पताल की भूमि मुक्त नहीं करा पा रही है। उन्होंने कहा कि अगर कब्जे की जमीन की खुदाई कर जांच की जाए, तो नीचे अस्पताल की बाउंड्री वाल मिलेगी। उन्होंने कहा कि सिविल सर्जन, अमीन, सीओ आदि को मिलाकर जमीन पर कब्जा जमाया गया है। अगर जिला प्रशासन एवं सर्वदलीय जांच टीम के द्वारा वैज्ञानिक तरीके से जांच कर कब्जे की जमीन को मुक्त नहीं कराया जाता है, तो आयुक्त, राज्यपाल, मुख्यमंत्री, स्वास्थ्य मंत्री, राज्य स्वास्थ्य समिति, चीफ़ सेक्रेटरी आदि को स्मारक पत्र देकर सड़क से सदन तक संघर्ष चलाने को बाध्य होंगे।
सभा को संबोधित करते हुए खेग्रामस के जिला अध्यक्ष उपेंद्र राय ने कहा कि दलित-गरीब-फुटपाथियों को उजाड़ कर भगा देने वाली जिला प्रशासन भाजपा नेता के समक्ष नतमस्तक है, इसकी चर्चा जिले में हो रही है। उन्होंने जमीन को अवैध कब्जे से मुक्त कराने अन्यथा आंदोलन तेज करने की चेतावनी जिला प्रशासन को दी। सभा के उपरांत मौके पर तैनात मजिस्ट्रेट, कनीय अभियंता पथ प्रमंडल समस्तीपुर अमित कुमार के नेतृत्व में तीन सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल ने डीएम के नाम संबोधित पत्र सौंपा।
Pingback: छापेमारी का नया रूप: बिहार में कैमरे की निगरानी में एक्शन