केंद्रीय कृषि विश्वविद्यालय पूसा के वैज्ञानिकों ने किया सरसों की नई किस्म DRMRI-150-35 का निरीक्षण
समस्तीपुर/उजियारपुर: समथु फार्मर्स प्रोड्यूसर कंपनी लिमिटेड द्वारा आयोजित कृषक सहभागिता कार्यक्रम के तहत सरसों की उन्नत किस्म DRMR-150-35 (भारतपुर, राजस्थान) का निरीक्षण किया गया। डॉ. राजेंद्र प्रसाद केंद्रीय कृषि विश्वविद्यालय, पूसा के वरिष्ठ कृषि वैज्ञानिकों की टीम ने विभिन्न गांवों का दौरा कर फसल का मूल्यांकन किया।
इस निरीक्षण दल में प्रधान कृषि वैज्ञानिक डॉ. राजेश कुमार के साथ डॉ. विक्रम भारती और डॉ. चंद्रशेखर चौधरी शामिल थे। वैज्ञानिकों ने फसल की स्थिति को लेकर संतोष व्यक्त किया और कहा कि उन्नत बीज एवं उचित देखभाल के कारण इस फसल में अधिक उत्पादन की संभावना है।
उन्होंने बताया कि इस सरसों की फसल से उत्पादित दाने की बिक्री ₹68-72 प्रति किलो के दर से की जाएगी, जिससे किसानों की आमदनी में कई गुना वृद्धि होगी। इसके अलावा, वैज्ञानिकों ने फसल में लगने वाले रोगों का अवलोकन किया और कुछ नमूनों को लैब जांच के लिए संग्रहित किया। लैब परीक्षण के बाद किसानों को अगले फसल चक्र के लिए रोग प्रबंधन संबंधी सुझाव दिए जाएंगे।
इस अवसर पर वैज्ञानिकों ने आलमपुर कोदरिया, बेलसंडी, भगवानपुर देसुआ, मुरियारो, जितवारपुर आदि गांवों का दौरा किया। इस निरीक्षण कार्यक्रम में राजीव सिंह, डॉ. फुलेंद्र भगत, स्वराज सिंह, संतोष कुमार शर्मा सहित कई किसानों ने भाग लिया और वैज्ञानिकों के प्रति आभार व्यक्त किया।
समथु फार्मर्स प्रोड्यूसर कंपनी लिमिटेड के सीईओ अमरदीप कुमार ने कहा कि भविष्य में परंपरागत फसलों जैसे गेहूं, धान, सरसों के साथ-साथ सब्जियों और फलों के उत्पादन को भी बढ़ावा देना, बाजार की उपलब्धता सुनिश्चित करना और मृदा परीक्षण के जरिए मिट्टी की उर्वरता बनाए रखना FPO का मुख्य उद्देश्य रहेगा।